Sunday, October 10, 2010

क्या वर्धा सम्मेलन में सिर्फ़ अपनों को ही रेवडी बांटी गई?

ए राजा बिटवा हमरे तीन सवालन का जवाब तो दे तनि


हां त बच्चा लोग आवो आवो...अम्माजी का बिलागवा पर तुम्हरा सबहिका स्वागत है।

हम आप सबसे कुछ सवाल पूछा चाहती हैं कि ....अगर तुम निष्पक्ष राय दे सकत हो तो अवश्य देवो अऊर अगर किसी का दर है त मन ही मन कुधते रहो अऊर उनको मजा लेने दो. हां त अब सवाल...

१.क्या वर्धा सम्मेलन मा सिर्फ़ अपने अपने वालों को रेवडियां बांटी हैं?

२. क्या आप मानते हैं कि इस मे घपला हुआ है?

३. भविष्य में इसमे पारदर्शिता आये..इसके लिये आप क्या सुझाव देना चाहेंगे?

आप पहले अऊर दूसरे सवाल का जवाब हां या ना में भी दे सकते हैं.

-तुम सबकी अम्माजी

Saturday, May 8, 2010

आँनर किलिंग रोके जाने का उपाय क्या?


अम्माजी आप सबसे ई पूछा चाहती हैं कि आज के जमाने में, पढे लिखे परिवारों द्वारा, अपने घर की लडकियों को, प्रेम करने पर मौत की सजा देने वाले परिवारों को समाज किस तरह सुधार सकता है? अऊर आप ई मामले मा का कहा चाहते हैं?

Friday, April 30, 2010

अम्माजी का : "कपूत-कुलच्छनियां- आपरेशन".


हां तो बच्चा लोग कैसन हो आप सब? आज कल हमार नखनेऊ मा बहुते गर्मी अऊर धूप है. जिससे हमको बहुते असुविधा होत है. कूलरवा त काम नाही करत बा. अऊर का बताईब...पूत कपूत हो गैल बा. तो एसी हमार घर मा है नाही.

अब हम आप लोगन से एक बात हम पूछा चाहती हैं कि अगर ब्लाग जगत मा एक दू ठो कुलच्छनी अऊर एक दू गो नालायक लोग बहुते गदर मचा रहे हैं त इनका कैसन इलाज करबे का चाही?

हम इन नालायक अऊर नालायक कुलच्छनियों का इलाज करा चाहती हैं...त आप सब लोग का क्या राय है?

अब हमार इहां रहते इन दू चार लोग लुगाईयों की गुंडागर्दी नाही चलेगी. अऊर एक बात हम जानत है कि ई कौन कौन हैं? आप भी जानत हो...आप लोग कहें त हम नाम लेके बता देब.

अब अम्माजी आप लोगन की राय का इंतजार करेगी...उसका बाद शुरु होगा "कपूत-कुलच्छनियां- आपरेशन".

-सबकी अम्माजी

Sunday, April 11, 2010

अम्मा जी आज बहुते दुखी बा.


हे भगवान ई का हो रहा है? हमरे तो नसीबे खराब हैं...अब ई उम्र में ये लडकवा बचुआ लडते झगडते हैं. किसका दोष दें? अऊर किसको नाही दोष दें?

पर एक बात पक्की है कि ई सारा खेल अनूप खेलता है. इस नालायक को सिर्फ़ एक यही काम है कि इधर उधर दिन भर फ़ोन बाजी करके सबको आपस में लडवाया करता है.

कल हम इसका ब्लाग पर कमेंट किया रहा....इस नालायक ने सब हटा दिये......अब आप ई नाही पूछोगे क्या कि अम्माजी आप उस दुष्ट का ब्लाग पर क्या अचार खाने गई थी?

अरे बचुआ...हमसे ना...ऊ अन्याय नाही देखा जाता. कल उंहा पर बबली बिटिया के लिये ज्योत्सना ने कमेंट किया था और ऊ इस नालायक ने छाप रखा था....अब हम ऊंहा पूछे कि ई ज्योत्सना तुहार कौन लगती है? या तुम खुदे ज्योत्सना बनके लोगों का इज्जत खराब किया करते हो? तो इस ने हमारे कमेम्ट तो मिटा दिये....पर ज्योत्सना का नाही मिटाया. अऊर बडका शरीफ़ बनके बिल मा घुसा रहता है. मोडरेशन लगा के रखता है.....बोलो सार्वजनिक मंच पर कैसा मोडरेशन? ऊ चच्चा टिप्पणी सिंह इसका बारे मे बिल्कुले सही भविष्य वानी किये रहे....इसकी चिठ्ठा चर्चा अब खत्म हुई समझो....

ई ब्लागजगत मा जो कछु होरहा है ऊ सब इसी का किया धरा है? अब हम बुढौती मे इसके कहां तक पीछे २ घूमे? पर का करें? इसका इलाज तो अम्माजी मरते मरते भी कर जायेगी.... अम्माजी के पास ई दुष्ट की कई सारी टेलीफ़ोन काल रिकार्ड पडी है अऊर हम अब बस आखिरी तंग होके उनका पोडकास्ट लगा देंगी. तब ही इसकी अक्ल ठीकाने आयेगी.

बिटवा अनूप...ई आखिर चेतावनी बा...सुधर जा...वर्ना बहुते पछतायेगा...तू अऊर तेरे दो चार चेले और चेलियों की तो अम्माजी अच्छी तरह बैंड बजा कर रहेगी.... फ़िर मत कहना कि अम्माजी ने चेताया नही था. कल तूने मेरे कमेंट डिलिट किये....कोई बात नही....फ़िर ऊंहा दूसरों के भी डिलिट कर....आखिर कब तक मोडरेशन लगा के बैठेगा?

अरे बचुआ लोग...जरा हमार इस अनूप की बुद्धि ठीक करने के लिये भगवान जी से प्रार्थना करना....जिससे ये इन कुलच्छनियों के जाल से बाहर आ सके अऊर इसके चेले चपाटे के कहने मे आकर ये लौंडपने की हरकते बंद करे.

हे भगवान ...तूने ये क्या किया? अरे हम डाकटर से पूछा था कि ई अभी तक बचपना काहे करत है? तो डाक्टर बोला कि अम्माजी कुछ कुछ बच्चा लोग ६० साल की उम्र होने तक भी टीन एज मे ही रहता है....हे परमात्मा अब समझ आया कि ये क्यों लौंडों के साथ रहता है..और काहे लौंडे लपाडो जैसी हरकते करता है?

आज अम्म्जी बहुते दुखी है....डाक्टर अमर ने पूछा है कि अम्माजी तुम सास हो या बहू? तो डाक्टर सुन ले...अम्माजी पहले बहु थी...अभी सास बने हमे कोई ५० वर्ष हुई गये हैं...अब तुन्ही समझ ल्यो कि हम क्या हैं? अऊर हां डाक्टर अमर...हमारे इस टिन एज लौंडे का इलाज तुम नाही कर सकत क्या?



Saturday, March 6, 2010

हम पूछती हैं ये क्या होरहा है?



हम पूछा चाहती हैं कि क्या आजकल कोई शर्म धर्म बाकी है कि नही? हम सोचती हैं कि हमने जमाना समझते हुये कुछ ज्यादा ही छूट दे दी. हम साफ़ साफ़ बात करती हैं. मिथलेश बचुआ तो अभी बच्चा है. पर क्या तुम्हारी खोपडी पर पत्थर गिर गये हैं? जो सबको लडाने भिडाने का काम शुरु कर दिया?

हम साफ़ साफ़ बोले दे रही हैं कि अब हमसे सहन नही होगा...बस....अब बहुत हुआ. हम जो भी दोषी दिखेगा उसका लत्ता चोटी एक कर देंगी. शरीफ़ को घबराने की जरुरत नही है. पर बदमाशी करने वाले लोगों को अम्माजी अब छोडने वाली नही है. बस यह चेतावनी समझना और हम इस लिये यह पोस्ट लिख रही है कि अनूप शुक्ल ने हमारी टिप्पणी नही छापी.

अरे हम पूछती हैं कि क्या हम महिला नही है? हैं? मतलब ऊहां तुम्हारी पसंद की टिप्पणीयां ही छपेगी क्या? तो अब अम्माजी ने भी तुम्हारी पोल खोलने को यह ब्लाग बना लिया है.

अनूप शुक्ल ये बताओ कि ई मिथलेश बचुआ का तुमने कभी जिक्र तक नही किया और आज सिर्फ़ उसकी एक पोस्ट की चर्चा कर डाली और तुम्हारी आदत के मुताबिक बवाल खडा करवा दिया? तुमको इ सब मे बहुत मजा आता है ना?

ऊ बेचारे मिश्र जी ने बालक का बचाव किया तो तुम्हारी सेना को उंहा भेज कर हल्ला करवा दिया..अब लगता है शाश्त्री जी का नंबर भी आने ही वाला है.

और ई फ़तवा तक दिलवा डाला कि औरत औरत पर टिप्पणी करेगी और मर्द मर्द पर? अरे तो हम पूछती हैं कि क्या फ़िर औरत औरत से शादी करेगी और मर्द मर्द से? बेशर्म कहींके...शर्म आनी चाहिये तुमको.

अरे नामाकूल तुमको शर्म नही आती है क्या? हम पूछती हैं कि घर का बडका लोग समझा बुझा कर घर चलाते हैं और तुम इहां सबको लडवा रहे हो? कुछ तो शर्म करो.

तुमने हमारा टिप्पणी नाही छापा कोई बात नही. हम समझ लेंगी कि हमको अनूप नाम का .... नही था..नालायक ... होने से तो नही होना अच्छा.

पर अब ई समझ लिया जाये कि हम बहुत दिनों से तुम लोगों का तमाशा देख रही थी. अब नही देखा जायेगा. बस एक एक की चुटिया खींच कर अम्माजी सबको ठीक कर देगी. इसे वार्निंग समझा जाये.

तुम सबकी अम्माजी...अच्छों के लिये अच्छी और बुरों के लिये सबसे बुरी.